आजीवन कारावास का दोषी है संक्रमित कैदी

7 May 2020, Thursday 

(लखनऊ/VMN) Covid-19 देश में किस कदर अपना पैर पसार रहा है और धीरे-धीरे लोगों को शिकार बना रहा है इससे अब जेल भी अछूती नहीं बची है। हाल ही में ताजा मामला आगरा के केंद्रीय कारागार से आया है। जहां एक आजीवन कैदी के संक्रमित होने से पूरे जेल विभाग में सनसनी फैल गई है।

इस संबंध में वरिष्ठ अधीक्षक केंद्रीय कारागार एक पत्र के माध्यम से जानकारी दी है कि 3 मई को केंद्रीय कारागार आगरा के एक आजीवन कारावास से सिद्धदोष बंदी को उच्च रक्तचाप एवं ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों के उपचार हेतु एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा भेजा गया था जहां उसका कोरोना से संबंधित टेस्ट भी हुआ जिसकी टेस्ट रिपोर्ट 06 मई  को देर शाम केंद्रीय कारागार आगरा को प्राप्त हुई जिसमें उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस सूचना से जेल प्रशासन में सनसनी फैल गई और कैदियों के बीच हाहाकार मच गया हालांकि इलाज के लिए बंदी वर्तमान में एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा में भर्ती है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि केंद्रीय कारागार में इस बंदी के साथ रहने वाले 14 बंदियों को तत्काल पृथक बैरक में क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है तथा इन बंदियों का कोरोना परीक्षण भी कराया गया। फिलहाल अभी इनकी रिपोर्ट नहीं आई है तो वहीं कारागार मुख्यालय लखनऊ के प्रवक्ता संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस सम्बन्ध में केंद्रीय कारागार आगरा से एक रिपोर्ट उनको भी प्राप्त हुई है, जिसमें  यह उल्लेख किया है कि विगत डेढ़ माह में उक्त बंदी की किसी बाह्य व्यक्ति से न तो कोई मुलाकात हुई न ही 03 मई के पहले वह कभी किसी बाह्य अस्पताल  भेजा गया और न ही केंद्रीय कारागार आगरा में कोई कोरोना पॉज़िटिव  बंदी रहा है। ऐसे में उस बंदी की रिपोर्ट कैसे कोरोना पॉजिटिव आई है  ये कुछ अनसुलझी पहेली जैसा है जबकि इधर किसी कैदी का परिजन भी मिलने नहीं आया और न ही कोई कर्मचारी आज भी कैदी के पास जाते हैं। जेल में पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और सेनीटाइजर भी उपलब्ध कराया गया है। ऐसे में बंदी कोरोना पॉजिटिव कैसे हुआ इसके लिए फिर से उक्त बंदी का कोरोना से संबंधित  टेस्ट कराया जा रहा है।  इस सम्बन्ध में सीएमओ आगरा द्वारा एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा को निर्देशित  किया गया है।