आर्मी व सीआरपीएफ कैंप की फोटो एवं वीडियो भेजने वाला आईएसआई एजेंट राशिद एटीएस के हत्थे चढ़ा
- मोबाइल फोन से पाकिस्तान भेजता था फोटो
- आईएसआई एजेंट उसको देते थे रुपए व गिफ्ट
- पाकिस्तान में हुई थी आईएसआई एजेंटों से मुलाकात
- एटीएस अधिकारी और खंगाल रहे हैं जानकारी
Lucknow Bureau
(लखनऊ/VMN) एटीएस ने वाराणसी से एक आईएसआई के एजेंट को समय गिरफ्तार कर लिया जब वह पाकिस्तान में बैठे आईएसआई मुख्यालय को देश की सूचनाएं प्रेषित कर रहा था। उसके पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।
मिलिट्री सूचना इकाई द्वारा एटीएस को सूचना मिली कि वाराणसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला एक व्यक्ति अपने मोबाइल से पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों के संपर्क में है। एटीएस एवं मिलिट्री और सूचना इकाई द्वारा संयुक्त रूप से इस सूचना को अपने खुफिया सूत्रों से विकसित किया कि राशिद अहमद पुत्र इदरीश अहमद निवासी छित्तूपुर बीएचयू हाल मुकाम चौरहट पड़ाव थाना मुगलसराय जनपद चंदौली उत्तर प्रदेश पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों के संपर्क में है और उनको अपने फोन से फोटो खींच कर भेजता है। अभियुक्त रशीद अहमद को 20 जनवरी की रात्रि एटीएस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और धारा 123 आईपीसी में थाना एटीएस उत्तर प्रदेश मैं दर्ज कर लिया गया है, उसके से पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।
पूछताछ में उसने बताया कि वह दो बार पाकिस्तान जा चुका है और वहीं पर उसकी मुलाकात आईएसआई एजेंटों से हुई। उसने यह भी बताया कि उसने आईएसआई एजेंटों को अभी तक अनेक महत्वपूर्ण स्थानों एवं आर्मी, सीआरपीएफ कैंप की रेकी कर उनकी फोटो एवं वीडियो भी भेजी है। उसकी इन सूचनाओं के बदले में आईएसआई एजेंट रुपए एवं गिफ्ट देते हैं।
वहीं एटीएस अधिकारी उससे यह भी जानकारी हासिल कर रहे हैं कि उसने अभी तक कौन-कौन से फोटो और कहां की खींचे हैं जो आईएसआई एजेंटों को उपलब्ध कराए गए हैं और उसके बदले में उसको कितने रुपए और क्या क्या गिफ्ट मिले हैं और उनका माध्यम क्या था। एटीएस यह भी खंगाले में लगी है कि आईएसआई के एजेंट कहां कहां की फोटो मांग रहे थे और इसमें पकड़े गए राशिद के कौन-कौन सहयोगी हैं।