• महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में की गई स्पेस विज्ञान क्लब की स्थापना
  • नवगठित स्पेस विज्ञान क्लब में रखी गई साइंस मॉडल्स रॉकेट्री किट
  • इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करना
  • विक्रम साराभाई के चार दिवसीय जन्म शताब्दी कार्यक्रम का हुआ समापन 

(प्रयागराज/VMN) भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम साराभाई के जन्म शताब्दी अवसर पर प्रयागराज में चल रहे चार दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर यहां के स्कूल में स्पेस विज्ञान क्लब की स्थापना की गई। भारतीय अनुसन्धान संगठन (इसरो) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एसके पांडे ने स्पेस विज्ञान क्लब का उद्घाटन किया और कुछ प्रयोग करके भी दिखाए, तो दूसरी ओर अंतिम दिन तक लोगों में अंतरिक्ष प्रदर्शनी, सेल्फी प्वाइंट, स्पेस सूट आदि को लेकर खासा आकर्षण देखा गया।

   कार्यक्रम का आयोजन इसरो दूरमति, अनुवर्तन एवं आदेश संचार जाल लखनऊ एवं भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद देवघाट झलवा प्रयागराज उत्तर प्रदेश में किया गया। इस दौरान इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एसके पांडे ने एक ओर जहां डॉ साराभाई के जीवन का विस्तार से वर्णन कर बच्चों को उनके दिखाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी, तो दूसरी ओर उन्होंने महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में उत्तर प्रदेश के दूसरे स्पेस विज्ञान क्लब का उद्घाटन किया। यह भी बताते चलें इससे पहले लखनऊ के रीजनल साइंस सिटी इन्नोवेशन हब में पहला स्पेस क्लब स्थापित किया जा चुका है। उन्होंने इसकी विशेषता बताते हुए कहा कि स्पेस क्लब की स्थापना से विद्यार्थियों में विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के प्रति रुचि विकसित होगी। यहां प्रेक्टिकल हो सकेगा, बेसिक ट्रेनिंग, वर्कशॉप आदि का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने और कॉलेजेस को सलाह देते हुए कहा कि अनुसन्धान को बढ़ावा दें। उन्होंने सलाह दी की विद्यार्थी अधिक से अधिक महान व्यक्तित्व की आत्मकथा पढ़ें। उन्होंने विज्ञान के टीचर्स और स्टूडेंट को सेंटर ऑफ़ ग्रेविटी के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने पानी की बोतल से रॉकेट बनाकर आकाश में ऊंचाई तक उड़ाकर दिखाया, जिससे बच्चे खासा रोमांचित हुए। इस प्रयोग से उन्होंने सभी को रॉकेट के बेसिक सिद्धांतों की जानकारी दी।  प्रोफेसर एस विद्यार्थियों से ने विद्यार्थियों से कठिन परिश्रम करने को कहा। इस मौके पर विद्यालय की सचिव डॉ. कृष्णा गुप्ता ने कहा कि विद्यालय में स्पेस विज्ञान क्लब की स्थापना हुईं, जो कि हम सभी के लिए गर्व की बात है। मुख्य रूप से डॉ. युगांतर पाण्डेय, अनुराग श्रीवास्तव, नीलम वर्मा आदि लोग मौजूद रहे।

मांगा इसरो का सपोर्ट 

कार्यक्रम के समापन अवसर पर आईईआरटी विद्यार्थी इसरो के वैज्ञानिक और प्रशासन से मिलने पहुंचे। उन्होंने जरूरतमंद छात्रों को सपोर्ट करने की मांग करते हुए कहा कि जो बच्चे विज्ञान के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं और प्रोजेक्ट आदि बनाना चाहते हैं तो इसरो उनका सहयोग करें। इस पर आईआईआईटी इलाहबाद प्रोफेसर एस वर्मा ने मदद की उम्मीद दिलाई।