•  दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में ली अंतिम सांस
  •  भाई से बोली नहीं छोड़ना आरोपियों को
  •  90 फीसद तक जल चुका था शरीर
  •  पांचों आरोपियों को पुलिस कर चुकी है गिरफ्तार

(उन्नाव)प्रदेश में हो रही दुष्कर्म और  उसके बाद हत्या की वारदातों ने लोगों में दहशत  पैदा कर दी है। उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता जिसको कि आरोपियों ने जला दिया था उसने शुक्रवार देर रात लगभग 11:30 बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में  कार्डियक

अरेस्ट के बाद दम तोड़ दिया । दुष्कर्म पीड़िता लगभग 90 फीसद जल चुकी थी जिसके कारण उसका काफी खून और शरीर का पानी बह चुका था।

उन्नाव के थाना बिहार क्षेत्र के  हिंदू भाटन खेड़ा गांव की रहने वाली  गैंगरेप पीड़ित युवती को 6 लोगों द्वारा   5 दिसंबर को जलाकर मारने का प्रयास किया गया था परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवती को कानपुर के हैलट अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती कराया कराया गया था जहां से गंभीर हालत के चलते हैलट से उसको लखनऊ के सिविल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।  शुक्रवार देर शाम दुष्कर्म पीड़िता की हालत ज्यादा  बिगड़ने पर एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां देर रात्रि लगभग 11:30 बजे पीड़िता ने कार्डिक  अरेस्ट के बाद दम तोड़ दिया। अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता का कहना है कि पीड़िता ने सबसे पहले यही पूछा था कि वह बच पाएगी कि नही। 

पीड़िता ने पुलिस को बताया है की वह आज सुबह रायबरेली जाने के लिए घर से निकली थी लेकिन बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन पहुंचने से पहले उसको गौरा मोड़ पर गांव के ही 5 युवकों द्वारा रोक लिया गया और उसको लाठी-डंडों और चाकू से घायल कर दिया  घायल होने के बाद युवकों ने उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने यह भी बताया कि उसने अपने बचाव के लिए जब शोर मचाया तो लोगों के अति हुजूम को देखते हुए वह मौके से भाग निकले जिन लोगों ने उस पर हमला किया था उनकी पहचान बता दी है।

12 दिसंबर 2018 को बिहार थाना क्षेत्र के हिंदू  भाटन खेड़ा गांव गांव के दो युवक शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने एक युवती को रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंग रेप किया था जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के लालगंज  आने में दर्ज है जिसकी सुनवाई ई कोर्ट में चल रही है । दम तोड़ने से पहले पीड़िता ने अपने भाई से वादा लिया कि उसके आरोपी बचने नहीं चाहिए सबको कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। पांचों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है इनमें से दो वही हैं जिन्होंने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया था और 3  आरोपी वह है जिन्होंने पीड़िता को जलाने में सहयोग किया था।

आग की लपटों के बीच बचाओ की गुहार लगाती दौड़ी थी पीड़िता

यह भी बताते चलें कि जब यह आरोपी पीड़िता को जलाकर मार रहे थे उस समय पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए काफी दूर तक आग की लपटों के साथ गांव की ओर दौड़ते हुए बचाने की गुहार लगाई थी।  प्रत्यक्षदर्शी रविंद्र के अनुसार पीड़िता ने जोर जोर से बचाओ बचाओ की आवाजें लगाई थी लेकिन आप की लपटों के बीच वह यह नहीं पहचान पा रहा था कि आग की लपटों के बीच कौन है। एक बार तो  डर गया कि कही यह भूत नहीं। आप की लपटों के बीच से पीड़िता ने अपने पिता का नाम बताया तब उसने उसके परिजनों को जोर से आवाज लगाते हुए बुलाया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया है। । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है।

कब-कब क्या हुआ

कोर्ट के आदेश पर मार्च 2018 में केस दर्ज हुआ था

  1. लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया था। उसने दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल और मानसिक तौर पर यातनाएं दीं। परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी उसका पीछा नहीं छोड़ा और हथियारों के दम पर सामूहिक दुष्कर्म किया था।
  2. इसके बाद 5 मार्च, 2018 को परिवार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दुष्कर्म के दो आरोपियों शिवम और शुभम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों 3 दिसंबर को जमानत पर बाहर आए तो लड़की को जला दिया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया है।