• डीएम कानपुर ने  मेला जैसे आयोजन न करने  के दिए हैं निर्देश
  • कानपुर में गंगा मेला में लाखों की संख्या में एकत्र होते हैं यहां लोग
  • 78 वर्षों से लगातार कानपुर की परंपराओं में शामिल रहा है गंगा मेला  

RAJAT SAXENA

(कानपुर/VMN) एक ओर कोरोना वायरस का कहर जो इजाजत नहीं देता कि भीड़-भाड़ या मेले जैसे आयोजनों में शिरकत की जाए वहीं दूसरी ओर 1942 से  शहर में मनाया जा रहा गंगा मेला लाखों लोगों के एक साथ एक स्थान पर एकत्र होने का गवाह रहा है। ऐसे में 79 वें गंगा मेला में  कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जा सकेगा। वहीं जिलाधिकारी कानपुर नगर ने निर्देश जारी किए हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ना ही कोई मेले का आयोजन किया जाए और न ही लोग  भीड़ वाले इलाकों में जाएं। इसके साथ ही उनकी अपील है कि लोग एक दूसरे कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें। क्या लगता है गंगा मेला में इन निर्देशों और आदेशों पर अमल किया जा सकेगा।

कानपुर का गंगा मेला पूरे भारत की नहीं बल्कि भारत के बाहर रहने वाले भारतीयों के लिए भी एक याद के रूप में उनके दिलों में बसता है। आजादी से पहले 1942 से शुरू हुए इस गंगा  मेला का इंतजार कानपुर के हर उत्सव होता है जिसकी भावनाएं इससे जुड़ी हुई हैं। लाखों की संख्या में हटिया क्षेत्र में सुबह से ही रंग खेलने वालों का हुजूम एकत्र हो जाता है जो शाम तक  रंगों में सराबोर रखते हैं। इसके बाद सरसैया घाट से लेकर पूरे क्षेत्र की सड़कों पर लाखों की संख्या में लोगों का ऐसा हुजूम देखने को मिलता है कि दूर-दूर तक केवल सिर ही सिर दिखाई पड़ते हैं कहीं खाली जमीन  दिखाई नहीं पड़ती है। 

 

कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का भय  प्रदेश सरकार को महसूस हो रहा है इसीलिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के  शिक्षण संस्थानों को 22 तारीख तक बंद कर दिया है ऐसे में कानपुर के गंगा मेला में एक ही स्थान पर लाखों लोगों का एकत्र होना  कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाने के लिए सुरक्षित स्थान नहीं होगा। ऐसे में कानपुर नगर के जिलाधिकारी संक्रमण को फैलने की संभावनाओं पर कैसे रोक लगा पाएंगे।

क्या यह संभव नहीं है कानपुरवासियों के हित में

कानपुरवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए या तो इस बार का  गंगा मेला स्थगित कर दिया जाए या फिर इसकी तारीख को आगे बढ़ा दिया जाए। इस गंभीर समस्या की ओर जिला प्रशासन के साथ-साथ कानपुर के लोगों एवं आयोजकों की भी जिम्मेदारी है कि वह इस मामले में सहयोग करें।

 जिलाधिकारी जैसा कहें वैसा होगा:  सीएमओ कानपुर नगर

जब वंदे मातरम न्यूज़ द्वारा कानपुर नगर के सीएमओ डॉ अशोक शुक्ला से संपर्क कर गंगा मेला में आने वाली लाखों की संख्या में भीड़ को कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की संभावनाओं से कैसे रोका जा सकेगा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेला आदि भीड़-भाड़ जैसे आयोजनों पर निर्णय करने का अधिकार जिलाधिकारी को है वह जैसा कहेंगे वैसा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि  मैंने तो अपने स्तर से दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं कि लोग भीड़भाड़ वाले इलाकों से जाने से बचें और एक दूसरे से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। उनका यह भी कहना है कि जितनी ज्यादा भीड़-भाड़ होगी उतनी ही ज्यादा कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने की संभावना रहती है।

जिलाधिकारी व एसएसपी  करेंगे गंगा मेला का शुभारंभ 

हटिया से शुरू होने वाला गंगा मेला जिसका कि आयोजन कानपुर हटिया होली महोत्सव कमेटी द्वारा किया जाता है। इस बार इस बार इस कमेटी के द्वारा जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी व एसएसपी अनंत देव को मेले का शुभारंभ करने के लिए बतौर मुख्य अतिथि निमंत्रित किया है इसका हवाला कमेटी ने अपने छपाए निमंत्रण पत्र में भी दिया है।कानपुर हटिया होली महोत्सव कमेटी के संयोजक विनय सिंह ने बताया कि  इस अवसर पर जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी व एसएसपी अनंत देव तिरंगा फहरा कर मेले का व रंग के ठेले के जुलूस का शुभारंभ करेंगे इसके साथ ही स्वतंत्र सेनानी के परिजन के एक सदस्य मूलचंद सेठ को जिलाधिकारी सम्मानित भी करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार के सदस्य को मेले में सम्मानित किया जाता है। गंगा मेला का शुभारंभ हटिया स्थित रज्जन बाबू पार्क से किया जाएगा।