• प्रधानमंत्री की अपील आज 5 अप्रैल की रात 9 बजे दिए जलाएं 
  • ज्योतिषों के अनुसार प्रत्येक के ग्रह नक्षत्रों को पहुंचेगा लाभ 
  • इससे जिनके ऊपर राहु का प्रभाव है उनका राहु शांत होगा 

दीपक, मोमबत्ती की लौ मन को शांति देती है और हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है जिसकी इस समय लोगों को बहुत ज़रूरत है क्योंकि लोगों में इस वायरस को लेकर इतना भय और चिंता व्याप्त है। यह कहना है वृंदावन के आचार्य सुशील कृष्ण शास्त्री का। 

उनका कहना है कि धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो दीपक जलाने का बड़ा ही महत्व है। हिंदू धर्म में दीप को आत्मा और ईश्वर का प्रतीक माना गया है। यह धर्म और विजय का सूचक भी होता है।

धर्म ग्रंथों के अनुसार दीये को रोग,अंधकार और आसुरी शक्तियों को हराने वाला माना गया है। इसीलिए दैवी शक्ति के प्रतीक चिह्न के रूप में हर शाम दीपक जलाने की बात कही गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अप्रैल आज रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइट बंद कर दीपक, टॉर्च मोमबत्ती आदि जो भी सुविधा आपके पास हो जलाने के लिए अपील की है। इस अपील के तमाम कयास लोगों द्वारा लगाए जा रहे हैं लेकिन अगर आचार्यों की माने तो दिए के प्रकाश से राहु का दोष कम पड़ता है और मन को शांति मिलती है। 

आपको इस तरह मिलेगा लाभ….

  9 का अंक मंगल ग्रह का सूचक है होता है यानि कि मंगल मजबूत करने के लिए और मन की शक्ति बनाए रखने के लिए 9 ही बजे का टाइम सबसे अच्छा है। ऊपर से यह दीया 9 मिनट के लिए ही जला कर रखना है।

5 तारीख को चंद्रमा सिंह राशि में प्रवेश करेगा अर्थात सूर्य में और सूर्य का सीधा मतलब होता है रौशनी से  अर्थात इस दिन आपके चन्द्रमा को मजबूत करने के लिए सबसे अच्छा मौका भी है। 

अगर किसी वजह से आपकी इच्छाशक्ति कमजोर है तो ये एक अच्छा मौका है ज़ब आप इसे ज़रा सा उपाय कर मजबूत कर सकते हैे दरअसल चन्द्रमा से मन की शक्ति बढ़ती है। तो जब आप दीये जलाएंगे तो चंद्रमा को भी ताकत मिलेगी जो आपकी इच्छा शक्ति को मज़बूत करेगा और सकारात्मक सोच का विकास होगा और राहु की शक्ति भी कम होगी। 

9 दीपक जलाएं, होगा कल्याण 

5 अप्रैल को मदन द्वादशी और रवि प्रदोष का संयोग भी है। रात्रि 9 बजे वृश्चिक लगन में अगर आप 9 दीपक प्रज्ज्वलित करते हैं तो आपके जीवन में ऊर्जा पुंज प्रज्ज्वलित होगा जिससे दुखों का नाश होगा। इस सम्बन्ध में ऐसी मान्यता है कि जब मेघनाद का वध नहीं हो पा रहा था उस समय चैत्र शुक्ल पक्ष के प्रदोष में घी का दीपक जलाकर ऊर्जा पुंज का निर्माण किया था और मेघनाद का वध किया था ।

तंत्र में प्रदोष का बहुत महत्व है। 5 तारीख को मदन द्वादशी का प्रदोष काल अति महत्वपूर्ण काल है। 

तंत्र मतानुसार प्रदोष काल में कोई अपने घर के मुख्य द्वार या छत पर चौमुखी दीपक सरसों के तेल से लगाए तो उस घर के आसपास से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।

अगर चौमुखी न हो तो 9 दीपक भी लगा सकते है। 

ये बातें भी ध्यान रखें 

  • हो सके तो आप सरसों के तेल का ही दीप जलाएं
  • अगर नारियल तेल का दीप है तो उसमें कपूर मिलाएं।
  • अगर आप मोमबत्ती जला रहे हैं तो उसमें ज्वार भी डालें अगर हो तो। 
  • तिल के तेल का भी दीपक जला सकते हैं।

जहाँ एक ओर पूरा देश कोरोना संक्रमण के चलते भय के वातावरण में जी रहा है और इससे बचने के लिए घरों में दुबका हुआ है तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशवासियों को एक सूत्र में पिरोने के लिए जनता को कुछ न कुछ नया करने की प्रेरणा भी दे रहे है। पहले उन्होंने कोरोना सेनानियों को आभार प्रकट करने के लिए ताली, थाली, शंख आदि बजाने के लिए प्रेरित किया तो अब उन्होंने 5 अप्रैल आज रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइट बंद कर दीपक, टॉर्च मोमबत्ती आदि जो भी सुविधा आपके पास हो जलाने के लिए अपील की है ताकि संक्रमित लोगों को इस जंग से लड़ने का हौंसला मिले, उन्हें लगे पूरा देश उनके साथ है। इसी के साथ पूरी दुनिया में भी ये सन्देश जाये की ऐसी मुश्किल की घड़ी में पूरा भारत एक है।