नाबालिगों ने की इंस्टाग्राम पर गैंगरेप करने की चैट
पुलिस हिरासत में एक, सभी की हो चुकी है पहचान
हिरासत में दिए गए छात्र से हो रही है पूछताछ
पुलिस के मुताबिक ग्रुप में शामिल हैं 21 मेंबर
बॉयज लॉकर रूम नाम से बनाया इंस्टाग्राम ग्रुप
ग्रुप में रेप और यौन हिंसा पर खुलकर की चर्चा
दिल्ली के चार या पांच नामी स्कूलों के छात्र हैं शामिल
(नई दिल्ली/VMN) गैंगरेप करने की चर्चा एक इंस्टाग्राम ग्रुप होने की जानकारी से दिल्ली पुलिस के कान खड़े हो गए। छानबीन की गई तो मालूम पड़ा कि दिल्ली के नामी-गिरामी 4-5 स्कूलों के नाबालिक छात्र इंस्टाग्राम ग्रुप बनाकर उसमें यौन उत्पीड़न जैसी अश्लील बातों पर चर्चा कर योजना बना रहे हैं। आनन-फानन में साइबर सेल एक्टिव जिसमें प्रथम दृष्टया जानकारी मिली कि ग्रुप में 21 छात्र जुड़े पाए गए। पुलिस ने एक को हिरासत में लेते हुए छानबीन शुरू कर दी है।
एक छात्रा द्वारा शिकायत करने पर इंस्टाग्राम पर चल रहे इस प्रकार के ग्रुप का खुलासा हो सका। छात्रा को इस बात की जानकारी तब हुई जब ग्रुप में से ही किसी एक मेंबर ने ग्रुप में हो रही बातों का स्क्रीनशॉट उसके पास भेजा। कुछ ऐसी भी जानकारी मिल रही है कि इस छात्रा की फोटो इंस्टाग्राम पर इस ग्रुप में चल रही थी। इसकी शिकायत छात्रा ने सबसे पहले स्कूल प्रशासन से की जिस पर स्कूल प्रशासन ने एक्शन लेते हुए पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। दिल्ली पुलिस हरकत में आई और उसने साइबर सेल की सहायता लेते हुए इसमें शामिल मेंबर का पता लगाने में सफलता हासिल कर ली। साइबर सेल को जानकारी मिली कि इसमें 21 लोग शामिल हैं जिनमें से एक को पुलिस ने हिरासत में लेते हुए पूछताछ शुरू कर दी है। हिरासत में लिए गए छात्र का मोबाइल कब्जे में ले लिया गया है। हांलाकि इस ग्रुप को बनाने वाले ने ग्रुप को डीएक्टिवेट कर दिया है लेकिन पुलिस प्रशासन ने फेसबुक से संपर्क कर इस संबंध में और जानकारी हासिल करने की ओर अपने कदम बढ़ा दिए हैं। आपको यह बता दें कि इंस्टाग्राम पर अधिपत्य फेसबुक एडमिनिस्ट्रेशन का ही है।
ऐसी भी जानकारी मिल रही है कि इस ग्रुप में शामिल छात्र 11 व 12 कक्षा के हैं जिनका संबंध दिल्ली के 4-5 नामी-गिरामी स्कूलों से है। इसमें 100 से अधिक मेंबर शामिल होने की भी जानकारी निकल कर सामने आ रही है। दिल्ली महिला आयोग को इस बात की जब जानकारी हुई तो उन्होंने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए हस्तक्षेप किया और पुलिस को 8 मई तक जवाब देने को कहा है।