•  13 नवंबर को लड़की हुई थी
  •  16 नवंबर को लौटी थी अपने घर
  •   थाना  रूरा में  दुष्कर्म की दी थी प्राथमिकी

 

(कानपुर)| उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक रेप पीड़िता के खुदकुशी करने का मामला सामने आया है।  नवंबर में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता को पुलिस का कोई सहयोग नहीं मिला। आरोपितों पर पुलिस ने कोई खास कार्रवाई नहीं की जिसके आरोपियों में कोई नहीं दिखाई पड़ा जिसके कारण पीड़िता दिन-ब-दिन शर्मसार होती थी। इसका नतीजा यह हुआ की शनिवार को पीड़िता ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया।

रेप पीड़िता के परिवारवालों का कहना है कि आरोपियों की दहशत की वजह से वह अपना घर छोड़कर बहन के घर चली गयी थी। पीड़िता के परिवारवालों का आरोप है कि पीड़िता को लगातार धमकियां मिल रही थीं, जिसकी जानकारी रूरा पुलिस को दी जा रही थी लेकिन पुलिस की उदासीनता के कारण पीड़िता घर में डरकर रहने लगी थी। करीब एक सप्ताह पहले पीड़िता कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में अपनी बहन के घर चली गई थी, जहां उसने अपनी जान दे दी। कानपुर देहात के रूरा क्षेत्र के सरवा गांव की रहने वाली 17 वर्षीय पीड़िता 13 नवम्बर को गायब हुई थी और 16 नवंबर को मिल गई। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में  कहा था कि उसके साथ सनी नाम के व्यक्ति ने जबरन ले जाकर दुष्कर्म किया वही पीड़िता ने 22 नवंबर को कोर्ट में दिए बयान में कहा कि सनी के चाचा लाला और  रिंकू का भी नाम दर्ज करा दिया था।  पुलिस अधीक्षक (कानपुर देहात) अनुराग वत्स ने शनिवार को बताया कि 17 वर्षीय लड़की ने अपने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।  कानपुर के एसपी और डीएम ने शनिवार को प्रेस कॉन्फेंस करके बताया कि बयान के आधार पर 2 दिसम्बर को केस गैंगरेप की धारा में तरमीम कर दिया गया। चौबेपुर के थाना प्रभारी राकेश कुमार मौर्या ने बताया कि मृतका ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है। पीड़िता की आत्महत्या के बाद हरकत में आई पुलिस ने रेप के तीन में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी अब भी फरार है