• कुलपतियों को दिए छात्राओं का ब्लड टेस्ट कराने के निर्देश  

(लखनऊ/VMN) चाट, बताशा, चाउमीन आदि फ़ास्ट फ़ूड खाने से आज लड़कियों में हीमोग्लोबिन 6 से 7 प्रतिशत ही रह गया है, जो कि भारत के भविष्य के लिया सही नहीं है।  प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति आपने कॉलेज की छात्राओं का नियमित ब्लड टेस्ट कराएं और छात्राएं अपना प्रतिदिन का खान पान का विवरण नोट करें, जिससे महीने में एक बार देखें कि उन्होंने क्या खाया और क्या नहीं इस पर चिंतन करें और आपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि इनको ही आगे चलकर मां बनना है। अगर केवल उत्तर प्रदेश की बात करें तो 60 से 40 प्रतिशत के बीच लड़कियां अनैमिक होती है और 6 से 7 प्रतिशत तक ही हीमोग्लोबिन उनमें होता है। अगर हर साल उत्तर प्रदेश का आंकड़ा देखे तो प्रसव के दौरान 60 हज़ार मां हीमोग्लोबिन कम होने के कारण दम तोड़ देती है, जोकि चिंताजनक है। 

यह विचार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने व्यक्त किए। मौका था नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज लखनऊ में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह का। इस मौके पर वह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद होकर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 1 दिन पहले छात्राओं की हौंसला अफजाई की और उनको सही तरीके से जीवन जीने का तरीका भी बताया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को समय-समय पर अपने कॉलेज की छात्राओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट कराने के भी निर्देश दिए। साथी छात्राओं को सलाह दी कि हरी सब्जियां फ्रूट दूध आदि का सेवन करें। उन्होंने कहा कि दहेज मांगने वाले परिवार से बेटियां विवाह न करें। अगर डॉक्टर इंजीनियर दहेज मांगते हैं तो इसका मतलब है कि उनकी पढ़ाई ठीक ढंग से नहीं की गई है वह सिर्फ सर्टिफिकेट ले बैठे हैं। उन्हें आचार विचार तो मिला ही नहीं। इस मौके पर उन्होंने लड़कियों को अपनी हिम्मत दिखाने की सलाह देते हुए कहा कि अगर उनके साथ कहीं पर भी कोई बुरा बर्ताव करता है तो उसका तत्काल जवाब दें. क्योंकि अगर एक बार उन्होंने सह लिया तो फिर बार-बार उनको सहना पड़ेगा। इसलिए हिम्मत करो और जवाब दो, ईश्वर हमेशा आपके साथ होगा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि किस तरह उन्होंने गुजरात कि मुख्यमंत्री रहते हुए महिलाओं को अधिकार दिलाए। इसी के साथ कहा की बेटियों का सम्मान न केवल घर बल्कि समाज,  कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यक्षेत्र हर जगह होना चाहिए। लड़कियों को ताकतवर बनाओ।

मुख्य रूप से लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय, महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर अनुराधा तिवारी, आई.आई.एम. के प्रोफेसर बीके मोहन्ती, भाउराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ के प्रोफेसर विजय कर्ण, इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय निदेशक डाॅ. मनोरमा सिंह, आई.आई. आई.टी. लखनऊ के निदेशक अरुण मोहन सेरी, डॉ मंजु दीक्षित, प्रोफेसर भारती सिंह, डाॅ. रश्मि बिश्नोई ने किया। डाॅ. भास्कर शर्मा,  डाॅ. जय प्रकाश वर्मा आदि मौजूद रहे।

जल्द लगेगी  कुलपतियों कि क्लास…. 

इस मौके पर राज्य्पाल ने  कहा कि सभी कुलपतियों को कम  से कम पांच गांव तथा महाविद्यालयों के  प्राचार्य को कम से कम एक गांव गोद लेने के निर्देश दिए गए थे ताकि  जरूरत मंदों की मदद कि जा सके। टीबी, कुपोषण जैसी बीमारियों से गरीबों को निजात दिलाई जा सके और स्वछता, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि योजनाओं का लाभ उन तक पहुँचाया  जा सके। इस सम्बन्ध में जल्द ही सभी कुलपतियों कि बैठक कर जायजा लिया जायेगा कि कितना काम हकीकत में हुआ। 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले  सम्मान पा खिले होनहार बेटियों के चेहरे….. 

वन्दना सिंह, पूनम कश्यप, अपूर्वा, आयुषि मिश्रा, अमृता सिंह, हर्षिता यादव, निशा वर्मा, सोनी यादव, ममता वर्मा, तान्या सिंह, सरिता यादव वर्षा द्विवेदी, रंजना रावत, मिताली सिंह, श्रुति शुक्ला, रुकैया फातिमा, मानसी सिंह, सायमा बानो को सम्मानित किया गया।