बहुत सुकून मिलता है रोगियों की सेवा करके
महीने बाद अपने घर परिवार से मिलने की खुशी में सामने आया हॉस्पिटल का भावुक पल
7 May 2020, Thursday
(लखनऊ/VMN) कुछ दिन पहले ही मेरी मां मुझे हमेशा के लिए अलविदा कह गई। मगर मेरे जीवन में हमेशा के लिए जो संघर्ष करने और विषम से विषम परिस्थितियों में भी मुस्कुराते हुए डटे रहने की सीख दे गई वह कभी भी मुझसे जुदा नहीं हो सकती। आखिर हो भी कैसे, मेरी मां भी मेडिकल क्षेत्र में ही थी इसीलिए मैंने भी किसी क्षेत्र में रहने का संकल्प किया और मरीजों की सेवा के लिए नर्स बन गई। आज जब देश पर ऐसी महामारी ने आक्रमण किया है तो ऐसे में यह हमारी परीक्षा की घड़ी है जिसे हम सब बड़े ही धैर्य के साथ सफल होने का प्रयास कर रहे हैं। यह बात स्टाफ नर्स पूनम पॉल ने कही। मौका था कोरोना योद्धाओं के कई दिनों बाद अपने घर जाने का। इस विदाई समारोह वह काफी भावुक दिखाई दीं। करीब 15 दिन के क्वॉरेंटाइन खत्म होने के बाद उनके साथ ही उनके अन्य सहयोगी भी घर जा रहे थे। इस मौके पर उन्होंने हॉस्पिटल और कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ बिताये पल को साझा किया और अपने उच्चाधिकारियों के भरपूर सहयोग पर धन्यवाद भी दिया। उन्होंने बताया कि शुरू में जब हम सबको कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए लगाया जा रहा था तो हम सब बहुत डरे हुए वहां परेशान थे क्योंकि कुछ दिन पहले ही मेरी मां का देहांत हुआ था। एक तरफ हमेशा के लिए मां का साथ छूटना और दूसरी तरफ कई कई दिनों के लिए घर परिवार से दूर रहना काफी दुखद था लेकिन मन में यह संतोष भी था कि इस खतरनाक महामारी से मरीजों की रक्षा कर देश सेवा का जो सौभाग्य मिलता है वो विरले ही मिलता है। बस यही सोच कर अपनी मां की सिखाए रास्ते पर चल पड़ी तो दूसरी ओर हॉस्पिटल में रहते हुए उच्चाधिकारियों का जो सहयोग और स्नेही प्राप्त हुआ इसने कभी भी घर की याद आने ही नहीं दी। हॉस्पिटल भी घर जैसा लगने लगा। अगर किसी तरीके की भी कभी परेशानी हुई तो विभाग को बताया और विभाग में पूरा सहयोग भी किया। मरीजों को भी हम सभी नर्सों ने सहयोग किया और उनको यह विश्वास दिलाया कि वह किसी महामारी से ग्रसित नहीं हैं बल्कि वह भी सामान्य हैं और जल्द ही ठीक हो कर वह भी अपने घर परिवार के साथ होंगे। ऐसे में मरीजों का भी सहयोग हम सभी को मिला, जिसका परिणाम यह हुआ कि बहुत सारे मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौट गए। आज मौका है मैं भी अपने घर जा रही हूं। बहुत दिनों बाद अपने परिवार से मिलने का मौका मिलेगा लेकिन फिर भी हम सोशल डिस्टेंस मेंटेन करके रखेंगे ताकि हमारा घर परिवार सुरक्षित रहे।