• राष्ट्रीय युवा उत्सव में परोसे जा रहे हैं सभी प्रदेशों के लजीज व्यंजन
  • प्रतिभागी एक दूसरे के प्रदेशों के व्यंजनों का उठा रहे हैं लुत्फ

Archana S Shukla

(लखनऊ/VMN) देश के 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों की युवाओं का संगम उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आजकल राष्ट्रीय युवा उत्सव 2020 में देखा जा सकता है। भांति-भांति की भाषाएं और भांति-भांति के भोजन एक छत के नीचे संपूर्ण भारत को एक माला में पिरोए हुए दिखते है। राष्ट्रीय युवा उत्सव में देश के विभिन्न प्रान्तों के छप्पन भोग मौजूद है। मुझे तो साउथ इंडियन पसंद है….पर मुझे चाइनीज़, अरे भई यहाँ की बहुत ही स्वादिष्ट दही जलेबी की तो बात ही क्या कहने…..ये दृश्य है लखनऊ में चल रहे राष्ट्रीय युवा उत्सव का जहाँ विभिन्न प्रान्तों से आये  प्रतिभागियों के स्वाद का भोजन परोसा जा रहा है किसी को तो अपने ही प्रान्त के परोसे गये भोजन पसंद आ रहा है तो कोई दूसरे प्रान्त के भोजन पसंद कर रहा है।

 

हिमाचल प्रदेश के आशीष और नीरज शर्मा अपनी टीम के साथ उत्सव में दिये जाने वाले भोजन की तारीफ करते हैं और कहते हैं कि यहाँ तो मिनी इंडिया का अहसास हो रहा है, दूसरे की संस्कृति, भोजन व भाषा को जानने का मौका मिल रहा है।

 

अरुणाचल प्रदेश के नितिन तयो और दिंडो पीटर कहते हैं कि उनका भोजन भी है और ये उनको यहाँ भरपूर मात्रा में मिल रहा है। 

 

 

 

 

सिक्किम की सुभारम्भ कहती हैं कि उनके प्रान्त में सबसे ज़्यादा चावल व विशेष करी  को पसंद किया जाता है जो यहाँ उपलब्ध है। हरियाणा की ज्योति कहती ही कि सुबह दही जलेबी का नाश्ता दिया जाता है तो मेरा मनपसंद रायता चावल भी खाने को मिल रहा है। 

 

 

 

 

गाज़ियाबाद के टेक चंद्र कहते है कि वो और उनकी टीम गाज़ियाबाद के बिहारीपुरा, मुरादनगर, लानि जैसे दूर दराज के गांवों से आई है। हमे अपने गांव में जो नही खाने को मिलता वो हम यहाँ खा रहे हैं।  मैंने पहली बार इडली साम्भर खाया। इसी के साथ केरल की भाषा सीखी तो पंजाबियों के साथ गिद्दा किया।

 

 

 

 

 

राजस्थान की सोनू शर्मा अपनी टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए कहती हैं उनकी पसंद की पूड़ी,सब्जी और चावल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वह खूब एन्जॉय कर रही हैं।

असम की टीम लीडर सुनीता अग्रवालऋतुमोनी कुंवर कहती हैं कि चावल और करी उनके प्रान्त की डिश है जो कि यहाँ भी उपलब्ध हैं। इसी तरह मेघालय की बटसखेम तैलंग और शंबर मलंग, मणिपुर की सोनिया व त्रिपुरा के सुमन बनिक भी बताते हैं कि उनको भी अपना पसंदीदा भोजन यहां उपलब्ध है।