रॉकेट व सैटेलाइट ने बच्चों को किया रोमांचित
- कार्यक्रम के दूसरे दिन अंतरिक्ष प्रदर्शनी में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे विद्यार्थी व आम जनता
- किसी को लुभाया रॉकेट सेटेलाइट के मॉडल ने तो किसी को स्पेसशूट ने किया आकर्षित
(प्रयागराज/VMN) भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक माने जाने वाले डॉ. विक्रम साराभाई के जन्म शताब्दी अवसर पर प्रयागराज में चल रहे चार दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन न केवल छात्र-छात्राओं बल्कि आम जनता को अंतरिक्ष प्रदर्शनी ने खासा आकर्षित किया। किसी ने सेल्फी प्वाइंट स्पेस सूट पर जमकर फोटो खिंचवाई तो किसी को रॉकेट और सेटेलाइट मॉडल खासा आकर्षित किया। इस मौके पर हुई प्रतियोगिता में भी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
इस दौरान विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि विकसित करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन विद्यार्थियों को इसरो के वैज्ञानिकों के साथ मुखातिब होने का मौका मिला, जिसमें विद्यार्थियों ने इसरो और डॉक्टर साराभाई से जुड़े अपने तमाम सवाल पूछे। विद्यार्थियों की जिज्ञासा शांत करते हुए इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एसके पांडे ने डॉक्टर साराभाई के जीवन का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि किस तरह 52 साल की छोटे से जीवन में ही डॉक्टर साराभाई ने समाज और देश के लिए कितने बड़े-बड़े कार्य किए। उन्होंने डॉक्टर साराभाई की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। वैज्ञानिक एसएन साहू केवी झलवा और केवी कैंट के विद्यार्थियों से रूबरू हुए। इस मौके पर कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसका विषय अंतरिक्ष में भारत रहा प्रतियोगिता में करीब 250 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया तो वहीं दूसरी ओर आशु प्रतियोगिता में भी कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। आशु भाषण प्रतियोगिता का विषय डॉ विक्रम साराभाई और राष्ट्र के प्रति इसरो का योगदान रहा। अवसर पर न केवल विद्यार्थियों बल्कि आम जनता ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सैकड़ों बच्चों ने अंतरिक्ष प्रदर्शनी का आनंद उठाया। यहाँ न केवल प्रयागराज बल्कि मिर्जापुर आदि स्थानों से भी विद्यार्थी प्रदर्शनी देखने पहुंचे। आईआईटी इलाहाबाद के विद्यार्थी भी शामिल हुए। 8 फरवरी एवी शो का आयोजन होगा और प्राइज़ डिस्ट्रीब्यूशन होगा। कार्यक्रम का आयोजन इसरो दूरमति, अनुवर्तन एवं आदेश संचार जाल लखनऊ एवं भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद देवघाट झलवा प्रयागराज उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है। चार दिवसीय कार्यक्रम का समापन 9 फरवरी को होगा।