• शिक्षकों को जनगणना  से जोड़ने की तैयारी
  • शिक्षकों के लिए समय-समय रिफ्रेशर्स कोर्स
  • कई अन्य योजनाओं का किया गया शिलान्यास 
  • बेसिक शिक्षा के सुधार को 114 करोड़ का करार
  • आंगनबाड़ी में प्री-प्राइमरी व्यवस्था लागू की तैयारी
  • 788 करोड़ 350 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को 
  • 5 वर्ष आयु की बाध्यता सीमा को समाप्त  करने पर विचार

Archana Sharma

(लखनऊ/VMN) जनपद गोरखपुर में गैलेण्ट इस्पात ने भी कुछ स्कूलों को गोद लेकर आपरेशन कायाकल्प के माध्यम से स्कूलों को अवस्थापना सुविधाओं से युक्त किया है। सीएसआर फण्ड से विद्यालयों को उच्चीकृत करने का प्रयास किया जा रहा है। इण्डियन आयल कारपोरेशन द्वारा जनपद चित्रकूट में 45 स्कूलों में स्मार्ट क्लास हेतु सहायता प्रदान की जा रही है। एक शिक्षक को सर्वज्ञ होना चाहिए। शिक्षक राष्ट्र का भाग्य विधाता होता है। हमारी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए शिक्षकों की ऐसी श्रृंखला होनी चाहिए, जिससे वह अपने सामने आयी चुनौतियों से भागने के बजाए जूझने के लिए तैयार हो सकें। प्रत्येक शिक्षक को आचार्य चाणक्य का उदाहरण रखते हुए स्वयं को तैयार करना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने भारत को तत्कालीन विश्व की एक महाशक्ति के रूप में स्थापित किया था। देश को स्वर्ण युग में पहुंचाने वाले आचार्य चाणक्य का भाव एक शिक्षक का आदर्श होना चाहिए।

शिक्षकों को प्रोत्साहित करने वाले ये विचार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने व्यक्त किये। मौका था दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार-मिशन प्रेरणा एवं सीएसआर काॅन्क्लेव के उद्घाटन का जिसमें उन्होंने कहा कि सामाजिक विषमता को समाप्त करने के लिए पूरे देश में एक समान शिक्षा की आवश्यकता है। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आते ही शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन लाने का कार्य किया। इसके लिए बेसिक शिक्षा के स्कूलों में प्राॅक्सी टीचर्स पर रोक लगाने की कार्यवाही की गयी। मिशन कायाकल्प के माध्यम 92 हजार से अधिक विद्यालयों को अवस्थापना सुविधाओं से संतृप्त करने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को अपनाया है। इस मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने तथा विद्यालयों में पठन-पाठन का बेहतर वातावरण विकसित करने के लिए प्राप्त किये गए सीएसआर फर्म के प्रस्ताव पर विचार किया गया और 109 संस्थाओं से राज्य एवं जनपद स्तर पर 114 करोड़ रुपये के एमओयू का अनुबन्ध हुआ।

अब जनगणना भी करेंगे शिक्षक….. 

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों को जनगणना के कार्य से जुड़ना चाहिए। जनगणना के कार्य से शिक्षकों के पास एक-एक व्यक्ति का आंकड़ा होगा, जिससे वह अपने पठन-पाठन के कार्य को और बेहतर ढंग से कर सकेंगे।

50 लाख बच्चे पहुंचे परिषदीय स्कूल….. 

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी की सरकार के अन्तर्विभागीय समन्वय से पिछले तीन वर्षाें में 50 लाख बच्चों ने बेसिक स्कूलों में प्रवेश लिया है । 

…ताकी बन सकें आदर्श शिक्षक 

बेसिक शिक्षा परिषद ने शिक्षकों के लिए चार पुस्तकें तैयार की है, जिनसे व्यावहारिक जानकारियां प्राप्त करके आदर्श शिक्षक बना जा सकता है। यह पुस्तकें सभी शिक्षकों के पास तथा सभी प्रशिक्षण केन्द्र पर जल्द ही पहुंचाई जाएंगी। 

इनसे किया जायेगा प्रचार प्रसार…. 

 

 

 

मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा विभाग कि योजनाओं के प्रचार प्रसार व  जनजागरूकता के लिए एलईडी वैन, नुक्कड़ नाटक दल एवं बस ब्राण्डिंग को झण्डी दिखाकर रवाना किया। 

विभागीय कार्यालयों से जुड़े शिक्षक नहीं होंगे सम्मानित… 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि आने वाले समय में नवाचारों में प्रत्येक जनपद में जिन शिक्षकों की परफाॅर्मेन्स अच्छी हो उनके ही नाम राष्ट्रपति पुरस्कार के  भेजे जाएं। इन पुरस्कारों से ऐसे शिक्षकों को दूर रखा जाये जो विभागीय कार्यालय से अटैच है।  

शिक्षक पुरस्कृत हुए… 

 

 

10 उत्कृष्ट अकादमिक रिसोर्स पर्सन (शिक्षक) को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर लघु फिल्म ‘मिशन प्रेरणा’ भी दिखायी गयी।

 

शिक्षकों के लिए होंगे कोर्स… 

मुख्यमंत्री ने कहा की आज आवश्यकता है शिक्षकों के लिए समय-समय पर रिफ्रेशर्स कोर्स का आयोजन किये जाने की इस बात को ध्यान में रखते  हुए सूबे में भी शिक्षकों को कोर्स कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि 08 आकांक्षात्मक जनपदों की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा 150 आकांक्षात्मक विकास खण्डों के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है जिससे इन ब्लाॅकों में सभी आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो सके। 

डिजिटल विमोचन…. 

सामथ्र्य तकनीकी प्रणाली तथा शारदा तकनीकी प्रणाली का डिजिटल विमोचन किया गया। फाउण्डेशन लर्निंग माड्यूल आधारशिला, ध्यानाकर्षण, शिक्षण संग्रह का भी विमोचन हुआ। 

कन्याओं को दिए जा रहे है 15 हज़ार…. 

मुख्यमंत्री ने कहा की केन्द्र सरकार की मुहीम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को गति देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना संचालित की जा रही है। इसके माध्यम से एक कन्या को विभिन्न चरणों में कुल 15000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है। 

आंगनवाड़ी में लागू होगी प्री प्राइमरी व्यवस्था…. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों के लिए प्री-प्राइमरी की व्यवस्था जल्द ही लागू की जायेगी।  इसके साथ ही, प्राथमिक पाठशालाओं में प्रवेश हेतु 05 वर्ष आयु की बाध्यता सीमा को भी समाप्त किया जायेगा।

अपनी विधायक निधि दें रहे मुख्यमंत्री 

 मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वयं उनके द्वारा उनकी  विधायक निधि की धनराशि जनपद गोरखपुर के विद्यालयों में फर्नीचर की व्यवस्था के लिए दी जा रही है.  उन्होंने कहा कि अगर काॅरपोरेट सेक्टर मदद करे तो 31 मार्च, 2020 तक बेसिक शिक्षा परिषद के 01 लाख 58 हजार विद्यालयों में आपरेशन कायाकल्प के कार्यक्रमों को वृहद स्तर पर आगे बढ़ाया जा सकता है। 

एक ही दिन में दिए गए 28 निजी विश्वविद्यालय…. 

इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डाॅ दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने का कार्य किया जा रहा है। इसीलिए शिक्षा का बजट बढ़ाया गया है। वर्तमान सरकार ने प्रदेश को एक ही दिन में 28 निजी विश्वविद्यालय देने का ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे एक विद्यार्थी की भांति सदैव सीखने की प्रवृत्ति जगाए रखें। 

मिशन प्रेरणा के लिए ली शपथ… 

नीति आयोग के सलाहकार  आलोक कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण पर ध्यान देकर ही उच्च विकास दर के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। मिशन प्रेरणा के माध्यम से शिक्षा में गुणावत्ता आयी है। प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने ‘मिशन प्रेरणा’ के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश को प्रेरक प्रदेश के रूप में विकसित करने के लिए उपस्थित लोगों को शपथ दिलायी। 

कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय….. 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा 788 करोड़ रुपये की धनराशि से 350 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में कक्षा 9-12 के उच्चीकरण के लिए भवनों का शिलान्यास भी किया गया।