• NSS का ‘मुस्कुरायेगा इण्डिया’ अभियान शुरु
  • विशेषज्ञ देंगे सकारात्मक विचारों के लिए टिप्स 

(लखनऊ/VMN) लॉक डाउन के दौरान 22 मार्च से लगातार घरों में कैद युवाओं और बच्चों में नकारात्मक सोच जैसे मामले प्रकाश में आने लगे हैं।  इस समस्या से निजात पाने के लिए यूनीसेफ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना, उत्तर प्रदेश ने हाथ मिलाया है और वर्तमान स्थिति कि वजह से नकारात्मक सोच में डूबे यवाओं और बच्चों में सकारात्मक विचारों का संचार करने का अभियान शुरुआत किया है।उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में यह अभियान चलाया जायेगा। इसके पहले चरण में 11 अप्रैल को राष्ट्रीय सेवा योजना के 117 प्रोग्राम अफसर को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गईं। इस कार्यक्रम में आगरा, लखनऊ, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ, गोरखपुर, पूर्वांचल विश्वविद्यालय और कानपुर विश्वविद्यालय ने हिस्सा लिया।

इस सम्बन्ध में राज्य संपर्क अधिकारी डॉ अंशुमाली शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में युवा और बच्चे सबसे  ज्यादा परेशान हैं अपने भविष्य व पढ़ाई को लेकर। ऐसे में तनाव में भी वह हैं। यूथ और बच्चों को इस नकारात्मक सोच से बाहर निकलने के लिए ही इस अभियान की शुरुआत की गई है। ऐसे में सबसे ज़रूरी मानसिक सुकून और सकारात्मक सोच है। जल्द ही पूरे प्रदेश में यह अभियान चलाया जायेगा। कार्यक्रम का संयोजन यूनीसेफ के डॉ. आफ़ताब एवं दया तथा राष्ट्रीय सेवा योजना, उत्तर प्रदेश के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. अंशुमाली शर्मा एवं राष्ट्रीय सेवा योजना, लखनऊ विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राकेश द्विवेदी ने किया।  डॉ . अंशुमाली शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से 120 से अधिक राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारियों ने प्रतिभाग किया तथा कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए प्राप्त प्रशिक्षण को जनहित के लिये प्रसारित करने का संकल्प लिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के सभी कार्यक्रम अधिकारी इस हेतु सलाह देने के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे।

  प्रशिक्षण एवं मुख्य परामर्शदाता के तौर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की डॉ. मानिनी श्रीवास्तव एवं जयनारायण परास्नातक महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की डॉ. रश्मि सोनी उपस्थित रहीं। उन्होंने वैश्विक महामारी कोविड-19 से उपजे संकट में व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य एवं उनके बदलते व्यवहार की स्थिति से कार्यक्रम अधिकारियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थिति में जबकि पूरा देश लॉकडाउन की स्थिति में है, व्यक्ति की मानसिक स्थिति एवं बदली परिस्थितियों में उनके व्यवहार में परिवर्तन आना स्वाभाविक है। ऐसी स्थिति में विभिन्न प्रकार के कौशल विकास, सकारात्मक सोच एवं नियत कार्य में व्यस्त रखकर हम उनकी सकारात्मक ऊर्जा को बनाये रख सकते हैं। यही सकारात्मकता ही बेहतर मानसिक स्वास्थ्य का परिचायक है। 

कार्यक्रम में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों ने इस दिशा में स्वेच्छा से अपनी सेवा समर्पित करने का संकल्प लिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से राष्ट्रीय सेवा योजना, लखनऊ विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय की विभिन्न इकाई के कार्यक्रम अधिकारी भी लाभान्वित हुए तथा उन्होंने भी वर्तमान संकट के समय देश- सेवा के इस पुनीत कर्तव्य को करने का प्रण किया। राष्ट्रीय सेवा योजना, लखनऊ विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्यवक डॉ. राकेश द्विवेदी ने बताया कि इस दिशा में लखनऊ विश्वविद्यालय कार्यक्रम अधिकारियों प्रशिक्षणानुसार जनता को आवश्यक सेवालाभ पहुंचाने हेतु तैयार है । उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय के निम्नलिखित कार्यक्रम अधिकारियों की सूची दी जो परामर्श  हेतु उपलब्ध रहेंगे।

विशेषज्ञों के टिप्स 

  • वर्तमान में जीने की कोशिश करें। 
  • कोरोना सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए विश्वसनीय सूत्रों पर ही भरोसा करें। 
  • घर पर रहें और सामाजिक दूरी बनाए रखें। 
  • हाइजीन का ख्याल रखें। बार बार हाथों को साबुन पानी से धोते रहें। 
  • रोग प्राधिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अपनी डाइट का ध्यान रखें, प्राणायाम करें। 
  • शुगर, ब्लड प्रेशर, हार्ट आदि के मरीज बिल्कुल भी बाहर न निकलें। 
  • सकारात्मक सोचें, समय का सदुपयोग करें। 
  • अपनी हॉबी को विकसित करें, अच्छी पुस्तक पढ़ें आदि। 

इनसे ले सकते हैं सलाह … 

डॉ. कृष्ण यादव (9453673945)

डॉ. जितेन्द्र यादव (9336586375)

डॉ. रश्मि श्रीवास्तव (9455554600)

डॉ. सबा तबस्सुम (8887608399)

डॉ. महिमा सिंह (9450650717)

डॉ. मनीषा पाण्डेय (8081807227)

डॉ. मोहिनी गौतम (8960678538)

डॉ. सीबा परवीन (8565920483)

डॉ. सपना अस्थाना (9451149542)

डॉ. अंशु केडिया (9515755051)