• आचार्य सुशील कृष्ण शास्त्री

    आचार्य सुशील कृष्ण शास्त्री

  • सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें
  • भयभीत न हों, निर्देशों का पालन करें
  • कोरोना कंप्लेंट टोल फ्री नंबर 1800 180 5145 पर दें सूचना

अंक 4 का प्रभाव है साल 2020 का योग 4 आता है जो राहु का प्रतीक है। इस वर्ष प्रौद्योगिकी में विकास के साथ साथ संक्रमण  से कैसे बचा जा सकता था ? राहु ग्रह, त्वचा रोगों, खुजली, जहर फैलाना, क्रानिक बीमारियां, महामारी इत्यादि का कारक होता है।

 

 

 

     भारतीय ज्योतिष में वायरस का कारक राहु और शनि को माना जाता है। इन्हीं के प्रकोप के कारण कोरोना महामारी फैली है। शनि के स्वराशि मकर में होने के कारण इस महामारी का प्रभाव निरंतर बढ़ रहा है। हालांकि, सूर्य जब मेष राशि में प्रवेश करेंगे, तब कोरोना का अंत भी संभव हो पाएगा। ज्योतिष के अनुसार, सूर्य 14 अप्रैल 2020 को मेष राशि में प्रवेश करेंगे। वर्तमान में राहु उच्च राशि मिथुन में गोचर कर रहे हैं । इसे कालपुरुष की कुंडली में मुंह, नाक, कान, गले का कारक माना जाता है। राहु लग्नस्थ और साथ ही शुक्र षष्टेश होकर शनि के साथ तृतीयस्थ हैं। अर्थात तृतीय भाव से श्वांस नली, दमा, खांसी, फेफड़े, श्वांस संबंधी रोग हो रहे हैं। चूंकि वायरस हवा के माध्यम से फैल रहा है और आक्सीजन का कारण चंद्र हैं।

           अंकशास्त्र के अनुसार भी 2022 का अंक राहु का 4 है। कोरोना का पहला मरीज 4 दिसंबर, 2019 अर्थात 4 अंक वाली डेट को मिला। अब 4 महीने समाप्त होने यानी चौथे महीने के बाद  ही इस महामारी से कुछ राहत मिलेगी, पूरी तो पहली जुलाई के बाद ही छुटकारा होगा। धीरे धीरे कुछ दिनों में ही इस वायरस का प्रभाव कम होने लगेगा और अप्रैल माह से देश वायरस मुक्त की ओर अग्रसर हो जुलाई माह में  पूर्ण मुक्ति लगभग प्राप्त कर लेगा। 

     ज्योतिष में कोरोना जैसी महामारी का उल्लेख प्रायः होता रहा है परंतु ज्योतिष को कई बार गंभीरता से नहीं लिया गया। जब भी किसी शताब्दी के अंत में शून्य, जीरो आया है, उसी कालखंड में कोई न कोई महामारी आई है जिसने पूरे विश्व में जनता को अपना ग्रास बनाया है।

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(1) यूपी में 13 को कोरोना वायरस, 1800 180 5145 टोल फ्री नंबर भी जारी 

         https://vandemataramnews.com/यूपी-में-13-को-क…ायरस-1800-180-51/

(2)कोरोना वायरस संक्रमण फैलाने पर FIR  के आदेश

     https://vandemataramnews.com/करोना-वायरस-संक्रमण-फैला/

(3) कुनकुना पानी पियो कोरोना से बचो

     https://vandemataramnews.com/कुनकुना-पानी-पियो-कोरोना/

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यों तो ईसा पूर्व की शताब्दियों में भी इसका उल्लेख मिलता है परंतु लिखित रिकार्ड 1520 से मिल जाता है जब अफ्रीकी गुलामों के कारण यूरोप में चेचक और प्लेग के कारण काफी लोग मरे थे। इसके बाद 1620 में भी इसी तरह का जानलेवा संक्रमण फैेला और मानव जीवन को नुक्सान पहुंचा। यहां तक कि 1620 में केवल इटली में ही 17 लाख लोग प्लेग से मरे और उत्तरी अफ्रीका में  50000 लोग मारे गए। बुबानिक प्लेग ने भी फ्रांस में लगभग 100,000 लोगों की जान ली । फिर 1820 में थाईलैंड, इंडोनेशिया और फिलीपींस में हैजा फैल गया। अगली शती अर्थात 1920 में स्पेनिश फलू जिसे इन्फलूएंजा कहा गया, फेैल गया। अब 2020 में चीन के वुहान से आई, कोरोना नामक महामारी का दोगुना प्रभाव हो गया जिससे विश्व के कितने ही देश चपेट में आ गए हैं। यह देखने में आया है कि जब भी किसी साल में 0 शून्य आया है, उस साल कोई न कोई प्लेग, हैजा, कुष्ठ रोग, तपेदिक, चेचक, फलू, एड्स, हैपीटाइटिस जैसा कोई न कोई वायरस विश्व में छाया है।

क्या कहा नारद संहिता के ज्योतिष ने ?

      नारद संहिता में एक श्लोक में इस युग में एक बड़े महारोग के बारे हजारों साल पहले लिखा गया है कि सूर्य ग्रहण के पश्चात् पूर्वी देश से एक महारोग आएगा। 26 दिसंबर, 2019 को सूर्य ग्रहण लगा और इसी के लगते  ही, चीन के वुहान से इस महारोग की यात्रा आरंभ हो गई। संवत 2076 वैसे भी शनि प्रधान था जबकि 25 मार्च,2020 को आरंभ होने वाले नवसंवत 2077, में राजा बुध ओर मंत्री चंद्र है।

नास्त्रेदमस और एक किताब द आइज ऑफ डार्कनेस

465 साल पहले फ्रांसीसी भविष्यवेत्ता नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियों की पुस्तक सेंचुरीज में लगभग 950 भविष्यवाणी किए जाने उल्लेख मिलता है। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपनी भविष्वाणी की पुस्तक के छंद 2:53 में  किसी वायरस का जिक्र किया है। उनके मुताबिक नास्त्रेदमस ने इस छंद या चौपाई में कहा है कि समुद्र से सटे एक शहर में बड़ी महामारी फैलेगी, जिसके लाखों लोग शिकार होंगे। कहा जा रहा है कि जिस शहर का जिक्र नास्त्रेदमस ने किया है, लगता है वह चीन का वुहान शहर ही है। यहां समुद्री जीवों का कारोबार होता है। चीन के इसी शहर से कोरोना वायरस फैला है। सिर्फ इसी शहर में कोराना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लाखों में है।

        द आइज ऑफ डार्कनेस और 4 का अंक चीन के वुहान क्षेत्र से दुनियाभर में फैल रहे कोरोना वायरस के संबंध में कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस चीन का घातक हथियार है जिसे उसने टेस्ट किया है। लोग डीन आर कुंट्ज की 40 साल पहले लिखी गई एक किताब द आइज ऑफ डार्कनेस (the eyes of darkness) हवाला देकर कह रहे हैं कि यह चीन की साजिश है।

इस किताब में एक संक्रमण का जिक्र है जिसे वुहान 400 का ही नाम दिया गया है। वुहान 400 कोड रखे जाने का तर्क किताब में यह दिया गया है कि इसे वुहान प्रांत के बाहरी क्षेत्र में बनाया गया और कोड में 400 इसलिए जोड़ा गया क्योंकि यह इस लैब में तैयार 400 वां ऐसा हथियार था। खैर, यह कहना अभी संदेह से भरा है कि क्या यह सच में चीन का रासायनिक हथियार है या फिर सचमुच ही एक वायरस।

आर्द्रा नक्षत्र

जब से राहु ने आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश किया है तभी से कोरोना वायरस का इस दुनिया में संक्रमण फैला है। राहु का गोचर मिथुन राशि व आर्द्रा नक्षत्र में चल रहा है। मिथुन राशि वायु तत्व राशि होती है और आर्द्रा का अर्थ भी नमी होता है। राहु वायरस है और इसका विस्तार वायु व नमी में ही बहुत तेजी से होता है। इसलिए राहु को मिथुन राशि व आर्द्रा नक्षत्र में सबसे ज्यादा बलशाली भी माना जाता है। आर्द्रा नक्षत्र के मध्य में इसका ज्यादा प्रभाव रहेगा और नक्षत्र के लास्ट में इसका प्रभाव भी कम हो जाएगा।  इसका असर 14 अप्रैल से कम होना शुरू हो जाएगा।

गुरु ग्रह

यहां गुरु ग्रह की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते। पांच नवंबर 2019 को जैसे  ही गुरु और केतु धनु राशि में आए, पूरे विश्व में एक विषैले वायरस का जन्म हो गया। 26 दिसंबर के ग्रहण ने इस में और आग लगा दी।

जब देव गुरु बृहस्पति 30 मार्च को अपनी नीच राशि मकर में गोचर करेंगे, तब इसका प्रभाव बढ़ सकता है।

यहां गुरु ग्रह की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते। पांच नवंबर 2019 को जैसे  ही गुरु और केतु धनु राशि में आए, पूरे विश्व में एक विषैले वायरस का जन्म हो गया। 26 दिसंबर के ग्रहण ने इस में और आग लगा दी।

जब देव गुरु बृहस्पति 30 मार्च को अपनी नीच राशि मकर में गोचर करेंगे तब इसका प्रभाव बढ़ सकता है।

फिर गुरु 30 जून को पुनः धनु में आ जाएंगे। कोरोना का रोना पहली जुलाई को बिल्कुल समाप्त हो जाएगा।

कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस को लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है सावधानी ही इससे बचने का सर्वोत्तम उपाय है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का अगर सभी लोग पालन करें तो देश को इस  वायरस से बहुत जल्दी निजात दिलाई जा सकती है। सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें। 

कोरोना कंप्लेंट टोल फ्री नंबर 1800 180 5145 भी जारी किया गया है।  इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति फोन करके कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी हासिल कर सकता है और यदि उसको किसी प्रकार की शंका होती है कि कोई  कोरोना वायरस से संक्रमित है तो उसके बारे में सूचना दे सकता है।

(आचार्य सुशील कृष्ण शास्त्री की कलम से)