• माध्यमिक शिक्षा परिषद ने केंद्र व्यवस्थापकों व कक्ष निरीक्षकों के लिए जारी किया ऐप

  • “http://upegov.in/UPBoardExam” को करना होगा डाउनलोड

  • एक दिन में ही सभी केंद्र व्यवस्थापकों व कक्ष निरीक्षकों को करना होगा डाउनलोड

  • प्रदेश भर के सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को दी गई जिम्मेदारी

(लखनऊ/VMN) बोर्ड परीक्षा शुरू होने के 5 दिन बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद परीक्षा केंद्रों पर होने वाली हिलाहवाली व अव्यवस्थाओं पर जागा है और आनन-फानन में एक ऐप जारी करते हुए प्रदेश भर के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को आदेश जारी कर एक दिन में ही सभी केंद्र व्यवस्थापकों व कक्ष निरीक्षकों के मोबाइल में इसे डाउनलोड कराने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। ताकि परीक्षाओं पर ऑनलाइन कड़ी नजर रखी जा सके। दूसरे इस ऐप के माध्यम से बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी करने वालों को 10 दिन के भीतर ही  मानदेय देने का भी दावा किया गया है जो कि अभी तक इस पारिश्रमिक के लिए केंद्र व्यवस्थापक होमवर्क शिक्षकों को लंबा इंतजार करना पड़ता था। कभी-कभी तो यह इंतजार इतना लंबा हो जाता था कि 1 साल से 2 साल तक भी इनको पारिश्रमिक नहीं मिलता था।

  माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव नीना श्रीवास्तव ने शासनादेश जारी करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की वर्ष 2020 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में कथित निवेश को किस विचार व्यवस्था के संबंध में एप्लीकेशन मॉड्यूल “http://upegov.in/UPBoardExam” विकसित किया गया है। इसके माध्यम से एक कक्ष निरीक्षकों की आवश्यकतानुसार पाली वार ड्यूटी लगाई जा सकेगी। इस ऐप को 22 फरवरी 2020 को जारी किया गया है और इसे 23 फरवरी 2020 तक सभी के मोबाइल में डाउनलोड होने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि बोर्ड परीक्षा में किसी भी तरीके की कोई भी अव्यवस्था अथवा चूक न हो सके। इस ऐप में 6 स्टेप दिए गए हैं। स्टेप 1 से स्टेप 3 तक प्रत्येक परीक्षा केंद्र के केंद्र व्यवस्थापक को द्वारा परीक्षा केंद्र की गतिविधियों को अंकित करना होगा। स्टेप 4 में कक्ष निरीक्षकों की प्रतिदिन पालीवाल उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। स्टेप 5 में लिकेशन मॉड्यूल लागू होने से पहले की उपस्थिति के संबंध में भी जिक्र किया गया है जिसका अंकन 1 सप्ताह के अंदर किया जाना सुनिश्चित किया गया है। स्टेप 6 पारिश्रमिक से संबंधित है। इसके लिए दिशा निर्देश जारी करते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव ने कक्ष निरीक्षकों को निर्देश जारी किया है कि पर समस्त समाप्त होने के 1 सप्ताह के अंदर ही सभी कक्ष निरीक्षकों के देयों की  जानकारी दे दी जाए ताकि जल्द से जल्द उनके पारिश्रमिक का निस्तारण किया जा सके। सचिव ने बताया कि इस ऐप की सहायता से कक्षा 100 की ड्यूटी लगाने में भी सहायता मिलेगी और पारिश्रमिक का भुगतान भी जल्द से जल्द हो सकेगा। उन्होंने बताया की इस ऐप्लीकेशन के माध्यम के अतिरिक्त अगर कोई भी ड्यूटी कक्ष निरीक्षक द्वारा लगाई जाती है और उपस्थिति पोर्टल के माध्यम से दर्ज नहीं कराई जाती है तो पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा की 23 फ़रवरी तक ऐप्लीकेशन को प्रत्येक केन्द्र व्यवस्थापक के माध्यम से लागू कराया जाये।